अगस्त्यमुनि/चोपड़ा (रुद्रप्रयाग)। अगस्त्यमुनि व चोपड़ा क्षेत्र में बारिश से भारी क्षति पहुंची है। कई नाली काश्तकारी भूमि व आवासीय भवनों के साथ ही पेयजल लाइनों के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों के समक्ष भारी दिक्कतें पैदा हो गई है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने क्षति का आंकलन कर उचित मुआवजे की मांग जिला प्रशासन से की है।
प्रखंड अगस्त्यमुनि के अंतर्गत ग्राम सभा सुरसाल में मूसलाधार बारिश के चलते कई काश्तकारों की लगभग बीस नाली सिंचित भूमि तबाह हो गई, जबकि अस्सी परिवारों को पेयजल आपूर्ति कराने वाली योजना की पाइप लाइनें भी मलबा व पत्थर आ जाने से टूट गई है, जिससे क्षेत्र में पेयजल संकट पैदा हो गया है। वहीं क्षेत्र के बेला व लालकंठा तोक में सात परिवारों के आवासीय भवनों को भूस्खलन का खतरा पैदा हो गया है। इससे परिवारों के समक्ष आवास की समस्या पैदा हो गई है, अन्य विकल्प न होने के कारण वे इन्हीं भवनों में रहने को मजबूर है। कई संपर्क पैदल मार्ग बारिश की चपेट में आने से जगह-जगह टूट चुके है। क्षेत्र पंचायत सदस्य धीर सिंह बिष्ट ने बताया कि समय रहते प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए तो कोई अप्रिय घटना घट सकती है। उन्होंने प्रशासन से इस ओर आवश्यक पहल की मांग की है। वहीं, चोपड़ा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा धारकोट निवासी सुल्तान सिंह का मकान बारिश से पूरी तरह ध्वस्त हो गया है, जिससे उनके परिजन बेघर हो गए है। ग्राम सभा पाली के बलवंत व डुंगरी के दिग्पाल सिंह तथा प्रकाश सिंह के आवासीय भवन को भी भूस्खलन का खतरा पैदा हो गया है। ग्राम सभा चोपड़ा को पेयजल आपूर्ति कराने वाली योजना मलबे की चपेट में आ ध्वस्त हो गई। वहां आपूर्ति ठप पड़ी हुई है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment