Friday, November 16, 2007

गंगा से विलुप्त हो रही महाशीर व हिमालयी स्नो ट्राउट

हरिद्वार। अगर हम समय रहते चेते नहीं तो आने वाले दिनों में गंगा में महाशीर व हिमालयन स्नो ट्राउट प्रजाति की मछलियां दिखना गुजरे जमाने की बात हो जाएगी। ग्लोबल वार्मिग सहित अवैध शिकार का सीधा असर गंगा में रहने वाले जीव-जंतुओं पर पड़ रहा है। यही वजह है कि गंगा में महाशीर व हिमालयन ट्राउट की संख्या में निरंतर कमी दर्ज की जा रही है। इसे लेकर पर्यावरणविद् खासे चिंतित हैं।

गंगा के जल को महाशीर के निवास के लिहाज से सर्वाधिक उपयुक्त माना गया है। हरिद्वार व इसके आसपास के क्षेत्र ऐसे हैं जहां कुछ वर्षो पहले तक महाशीर व हिमालयन ट्राउट को आसानी से देखा जा सकता था, लेकिन अब स्थितियां बदलने लगी हैं। जानकारों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिग के कारण गंगा के जल का तापक्रम एक सेंटीग्रेड तक बढ़ा है जिस कारण गंगा में पाई जाने वाली महाशीर व हिमालयन ट्राउट की संख्या में निरंतर कमी दर्ज की जा रही है। इसके अलावा देवप्रयाग से लेकर ऋषिकेश व श्यामपुर क्षेत्रों में इन मछलियों का बड़े पैमाने पर शिकार किए जाने के कारण भी पर असर पढ़ा है। दूसरी ओर हिमालयन स्नो ट्राउट व महाशीर के वजन में भी कमी आंकी गई है। पहले जहां यह मछलियां 15 से 20 किलो वजन तक की होती थी वहीं अब इनके वजन में भी कमी आई है। जानकारों के अनुसार महाशीर व हिमालयन ट्राउट की संख्या घटने के पीछे एक बहुत बड़ा कारण यह भी है कि विगत कुछ वर्षो में अफ्रीका की मांसाहारी मछली क्लेरियस ग्लेरी पेनीस का गंगा में प्रवेश हुआ है। मछली के मांसाहारी होने के कारण यह इन दोनों ही प्रजाति की मछलियों को अपना निवाला बना रही है। बताया जाता है कि यह अफ्रीकन मछली खासतौर पर उन स्थानों पर पाई जा रही है जहां पानी का तापमान अधिक है इस लिहाज से हरकी पैडी व आसपास में ही उक्त मछली नजर आती है। पर्यावरणविद् एवं गुरूकुल कांगडी विवि के पार्यावरण विभाग के प्राचार्य डा. बीडी जोशी के अनुसार यदि समय रहते हम जागरूक नहीं हुए तो आने वाले दिनों में महाशीर व हिमालयन ट्राउट का दिखना कम हो जाएगा। उनके मुताबिक वर्तमान में गंगा प्रदूषण को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी, लेकिन यह उस हद तक नहीं कि आने वाले खतरे से बचा जा सके। उनके मुताबिक जल में आक्सीजन की मात्रा घटी है जो कि घातक संकेत है। आक्सीजन की कमी का असर मछली और उसके बच्चों पर पड़ रहा है।

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बढ़ते भ्रष्टाचार से हो रहा है नैतिक मूल्यों का ह्रास

हरिद्वार। गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर के राष्ट्रीय सेवा योजना (रासेयो) के अध्यक्ष एवं प्राचार्य डा.हरिगोपाल शास्त्री ने कहा कि आज बढ़ते भ्रष्टाचार से मनुष्य का लगातार नैतिक मूल्यों का ह्रास होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की समृद्धि के लिए हमें अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा।

डा.शास्त्री कालेज के मिश्री देवी सभागार में रासेयो के तत्वावधान में चल रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह के समापन पर स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्र में पापाचार व अनाचार जैसे दुर्गुणों का समूल नष्ट करने के लिए हमें चरित्रवान बनकर समाज को जागरूक करना होगा। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे भारत से सरकार के पूर्व शिक्षा सलाहकार डा.आरके शर्मा ने स्वयंसेवियों को अत्यधिक भौतिक सुख-सुविधाओं से बचने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमें सादा जीवन व उच्च विचार को आत्मसात करना चाहिए। मुख्य अधिष्ठाता डा.यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि जीवन की संपन्नता सत्यता पर आधारित है। उप्र रेडक्रास सोसायटी के आजीवन सदस्य एवं संस्था के कुलसचिव डा.एके कौशिक ने कहा कि हमें मन, वचन व कर्म से शुद्ध होना चाहिए। इसका असंतुलन अवनति का कारण है। उत्तराखंड संस्कृत विवि के कार्यक्रम समन्वयक डा.सुरेश चंद त्यागी ने कार्यक्रम का संयोजन कर कहा कि स्वयंसेवियों को अपने कार्यकलापों के प्रत्येक क्षेत्र में ईमानदारी और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहना चाहिए। सतर्कता जागरूकता विषयक वाद-विवाद प्रतियोगिता में दीपक ने प्रथम तथा रवींद्र सत्यवली द्वितीय स्थान पर रहे। नवीन सुयाल को तृतीय स्थान मिला। स्वयंसेवक वर्ग में श्रवण ने सामूहिक प्रयासों द्वारा अपने संगठन को गौरवशाली बनाने का संकल्प कराया। राहुल ने कहा कि हमें क‌र्त्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी से करना चाहिए।

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सकलाना क्षेत्र में साहित्यकारों का जमावड़ा

नई टिहरी (टिहरी गढ़वाल)। राजशाही के खिलाफ आंदोलनकारी गीतों और लेख से सामांतशाही की चूलें हिलाने वाले सकलाना क्षेत्र के सत्यों में साहित्यकारों का जमवाड़ा लगा। इस दौरान साहित्यकार व कवि सोमवारी लाल उनियाल के 66वें जन्मदिवस पर उनकी आत्मकथा हथेली भर जिंदगी पुस्तिका का लोकार्पण किया गया।

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर टिहरी जनपद के राजकीय इंटर कालेज पुजारगांव में मुख्य अतिथि दूरदर्शन के पूर्व समाचार संपादक राजेंद्र धस्माना ने कहा कि सकलाना क्षेत्र साहित्यकार, कवि व क्रांतिकारियों की भूमि रही है। राजशाही के खिलाफ अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीद नागेंद्र सकलानी इसी क्षेत्र में जन्में इसलिए आने वाली पीढ़ी हमेशा यहां के लोगों को याद रखेगी। पूर्व सांसद एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पूर्णानंद पैन्यूली ने कहा कि क्रांति वीरों की इस भूमि ने राजशाही से मुक्ति दिलाने में अहम भूमिका निभाई जो अब एक इतिहास बन गया है। घनसाली के विधायक बलवीर सिंह नेगी ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों के संघर्ष को हमेशा याद रखा जाएगा। विधायक मंसूरी जोत सिंह गुनसोला ने हथेली पर जिंदगी पुस्तिका में वर्णित घटनाओं को ऐतिहासिक बताया। सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल के सदस्य बच्चीराम कोंसवाल ने साहित्य, समाजसेवा में उनियाल के संघर्षों का अलग महत्व है। पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि क्रांतिकारियों की भूमि सकलाना ने राजशाही से मुक्ति दिलाने में अपनी लेखनी के माध्यम से लोगों में जो जागृति भरी वह हमेशा याद की जाएगी। साहित्यकार सोमवारी लाल उनियाल ने कहा कि मेरा भीतर राजनीति और पत्रकारिता कभी एक दूसरे की पूरक हो जाती तो मै तनावग्रस्त हो जाता था और दोनों ही स्थितियों में अनुभूत सत्य अपनी अभिव्यक्ति का रास्ता स्वयं तलाशता। इससे पूर्व कार्यक्रम में उत्तराखंड के विकास में कलम की भूमिका पर संगोष्ठी आयोजित हुई।

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छह बाल वैज्ञानिकों का प्रदेश स्तर के लिए चयन

अगस्त्यमुनि (रुद्रप्रयाग)। जनपदीय बाल विज्ञान कांग्रेस के समारोह में राज्य स्तर के लिए छह बाल वैज्ञानिकों का चयन किया गया।

पंद्रहवीं बाल विज्ञान कांग्रेस का जनपदीय सम्मान समारोह राजकीय इंटर कालेज अगस्त्यमुनि के विज्ञान हाल में संपन्न हुआ जिसमें जनपद के विभिन्न विद्यालयों के बाल वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। बाल वैज्ञानिक के निर्धारित विषय जैव विविधता प्रकृति बचाएं भविष्य संवारे को समझा प्रोजेक्ट के माध्यम से वैज्ञानिक सोच प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों से लगभग 25 बाल वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सेमवाल ने कहा इस वैज्ञानिक युग में नई-नई सोच उत्पन्न करने के लिए शिक्षकों को नई-नई तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त कर उन्हे पढ़ाना चाहिए। विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक पुष्कर सिंह कंडारी ने कहा वैज्ञानिक सोच रखने वाले छात्रों को अधिक समय देकर उनका मार्ग दर्शन सही होना चाहिए। राज्य स्तर के लिए चुने गए बाल वैज्ञानिक के सीनियर वर्ग में तनुजा रावत चिल्ड्रन इंटर कालेज अगस्त्यमुनि, अमित बुटोला राजकीय इंटर कालेज अगस्त्यमुनि, कु. सुरभि काला बाइंका रुद्रप्रयाग एवं जूनियर वर्ग से शैलेश बहुगुणा सरस्वती विद्या मंदिर अगस्त्यमुनि, सचिन राइंका फाटा, नंदकेश्वरी भट्ट कउमावि मयकोटी ने परचम लहराया।

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आस्ट्रेलिया व यूरोप के 70 भक्तों ने किए केदारनाथ के दर्शन

फाटा/रुद्रप्रयाग। आस्ट्रेलिया व यूरोप के भारतीय मूल के 70 श्रद्धालुओं ने कपाट बंद होने के बाद भी केदारनाथ मंदिर के बाहर से ही दर्शन किए।

केदारनाथ भगवान के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने के बावजूद भारतीय मूल के विदेशी श्रद्धालुओं ने केदारनाथ पहुंच मंदिर के बाहर से दर्शन कर अपने को धन्य समझा। विदेशी टीम का नेतृत्व कर रहे कैप्टन अमर जीत हुड्डा ने बताया कि कपाट बंद होने के बाद शासन से केदारनाथ जाने की इजाजत ली गई। सभी यात्री गुरुवार को प्रभातम हवाई कंपनी के दस शिफ्ट में हेलीकाप्टर से केदारनाथ गए। इस यात्रा में शामिल आंधप्रदेश मूल के विदेशी यात्री शिवराम रेड्डी एवं शिवकुमार केदारनाथ मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि उनके दिल में भोले बाबा के दर्शन करने की सच्ची श्रद्धा थी, कपाट बंद होने के बाद भी उनके दर्शन हो गए। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में कपाट साल भर खुले रहने चाहिए। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। हेलीकाप्टर के ब्राजील निवासी पायलट कैप्टन जौन ने भी मंदिर के बाहर से ही मंदिर के दर्शन किए। वहीं पुलिस अधीक्षक बीपी सिंह ने बताया कि यह टीम शासन की अनुमति के बाद केदारनाथ गई। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में पुलिस फोर्स तैनात है।

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विकलांगों की उपेक्षा पर जताया रोष

लोहाघाट(चम्पावत)। स्थानीय रामलीला मैदान में आयोजित विकलांग जन संघर्ष समिति की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए शासन-प्रशासन द्वारा विकलांगों की उपेक्षा किये जाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। विकलांगों ने एक स्वर से तृतीय व चतुर्थ श्रेणी पदों पर शीघ्र विज्ञप्ति जारी करने तथा विकलांग विशेष भर्ती अभियान के तहत स्थानीय जनपद आधार पर नियुक्ति की मांग की।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि शासन और प्रशासन द्वारा विकलांगों की लगातार उपेक्षा की जा रही है। वक्ताओं ने तृतीय व चतुर्थ श्रेणी पदों पर स्थानीय आधार पर नियुक्ति देने की पुरजोर मांग की तथा सभी विभागों में विकलांगों के लिए तीन प्रतिशत आरक्षण कोटे की सीटों को शीघ्र न भरने पर उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी। विकलांगों ने इस आशय का ज्ञापन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बची सिंह रावत व समाज कल्याण मंत्री अजय टम्टा को भी सौंपा। बैठक की अध्यक्षता समिति के जिला अध्यक्ष बंशीधर जोशी व संचालन सचिव दीपक उपाध्याय ने किया।

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ग्रामीणों का प्रदर्शन,हाई-वे किया जाम

कोटद्वार (पौड़ी गढ़वाल)। ग्राम पंचायत मोटाढ़ाक के ग्रामीणों ने कई सालों से विद्युत कनेक्शन न दिए को लेकर यूपी व उत्तराखंड की सीमा कौड़िया के निकट प्रदर्शन कर मेरठ-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने विद्युत समस्या के निराकरण को लेकर कोटद्वार व नजीबाबाद के उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर शीघ्र कार्रवाई की मांग। प्रदर्शनकारियों ने मांग पूरी न होने पर 27 जनवरी को पुन: जाम लगाने व आत्मदाह की चेतावनी दी है।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को प्रधान संगठन जिला बिजनौर के बैनर तले सुबह दस बजे ग्राम सभा मोटाढ़ाक के प्रधान मनमोहन दुदपुड़ी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विद्युत कनेक्शन दिए जाने की मांग को लेकर यूपी व उत्तराखंड की सीमा कौड़िया के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोरदार प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। जाम के दौरान हुई सभा में संगठन के जिला महामंत्री मनमोहन दुदपुड़ी ने उत्तराखंड व यूपी सरकार पर मोटाढ़ाक के ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से पृथक किए गए ग्रामीणों की उपेक्षा की गई है, जिसके कारण उन्हें बिजली, पानी, स्वास्थ्य तथा शिक्षा जैसी बुनियादी समस्याओं से मौजूद समय में जूझना पड़ रहा है। सभा में रतन सिंह बिष्ट ने कहा कि 1970 से मोटाढ़ाक एवं चतुरवाला ग्रामसभा को कोटद्वार विद्युत विभाग से विद्युत सप्लाई की जाती थी, जबकि वर्तमान में भी कुछ परिवारों को छोड़कर अन्य परिवारों को विद्युत कनेक्शन यह कहकर नहीं दिए जा रहे हैं कि वर्तमान में यूपी के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभाएं हमारे क्षेत्र में नहीं आती हैं। सभा में वक्ताओं ने कहा कि कई बार उत्तराखंड सरकार को विद्युत समस्या के निराकरण को लेकर मौखिक व लिखित शिकायत भी की गई, लेकिन सरकार द्वारा इस ओर कोई ध्यानी नहीं दिया गया। आज सुबह प्रदर्शनकारियों द्वारा जाम की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी नजीबाबाद एसपी सिंह व कोटद्वार उप जिलाधिकारी आशीष कुमार जोशी तत्काल मौके पर पहुंचे, जिन्हें ग्रामीणों ने समस्या के शीघ्र निराकरण को लेकर ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने साथ ही चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही 26 जनवरी 2008 तक समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो ग्रामीणों मजबूरन 27 जनवरी को जाम व आत्मदाह जैसे कडे़ कदम उठाने को बाध्य होंगे।

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बांधों के विरोध में चल रहे उपवास को समर्थन

उत्तरकाशी। जीवनदायिनी नदियों के लिए बांधों को खतरा करार देते हुए पवित्र मणिकर्णिका घाट पर एक सौ ग्यारह घंटे का उपवास चौथे दिन भी जारी रहा। उपवास स्थल पर कई राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने समर्थन देने की घोषणा की है।

उत्तराखंड में बन रहे बांधों को खतरा करार देते हुए माटू जन संगठन के विमल भाई का एक सौ ग्यारह घंटे का उपवास शुक्रवार को भी जारी रहा। विमल भाई के साथ ही गंगोत्री ग्लेशियर बचाओ की शांति ठाकुर भी 48 घंटे के उपवास पर हैं। माटू जन संगठन ने मांग की है कि मनेरी भाली द्वितीय चरण का कार्य तब तक रोका जाए जब तक आम नागरिकों की सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के समुचित प्रबंध नहीं हो जाते। आंदोलनकारियों ने आम जनता से अपील की कि वे गंगा सुरक्षा के लिए आगे आएं और बांधों के निर्माण को रोकने के लिए आवाज बुलंद करें। उपवास को भूविस्थापित कल्याण संघर्ष समिति ज्ञानसू, उद्योग व्यापार मंडल, गंगा मंदिर समिति, भारतीय किसान यूनियन, उत्तराखंड महिला मंच, श्याम स्मृति मंच, पर्यावरण एवं जन कल्याण समिति, सुमन मंच, बद्री-विशाल मंच ने समर्थन देने की घोषणा की। पालिकाध्यक्षा सुधा गुप्ता ने उपवास स्थल पर जाकर समर्थन दिया।

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राइका डीडीहाट परिसर के हरे भरे पेड़ों को काटने का प्रयास

Nov 17, 02:36 am

डीडीहाट(पिथौरागढ़)। राजकीय इण्टर कालेज डीडीहाट के परिसर में वर्षों पुराने चौड़ी पत्ती वाले पेड़ों को काटने का नाकाम प्रयास किया गया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्रधानाचार्य डीएस पांगती को परिसर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में कई पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाये जाने के निशान मिले। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अज्ञात लोगों द्वारा इन पेड़ों को काटने का प्रयास किया गया था। परिसर में जिन पेड़ों को काटा गया है वह सभी पेड़ 50 वर्ष पुराने बताये जा रहे है। प्रधानाचार्य श्री पांगती ने पेड़ों को काटे जाने का प्रयास करने वालों के खिलाफ नाराजगी प्रकट करते हुये इसी प्राथमिकी डीडीहाट थाने में दर्ज करा दी। उन्होंने वन विभाग को भी इस संबंध में सूचित किया गया है। प्रधानाचार्य का कहना है कि कुछ समय पहले भी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा विद्यालय परिसर के पुराने पेड़ों को काटने और पेड़ों में कील ठोंककर सुखाने के प्रयास किये गये है। उन्होंने पुलिस से छायादार पेड़ों को काटने वाले अज्ञात व्यक्तियों का पता लगाकर दण्डित किये जाने की मांग की है।

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निर्माणाधीन सड़क से पत्थर गिरने से मकान ध्वस्त

मुनस्यारी(पिथौरागढ़)। गिनी बैण्ड के समीप से समकोट के लिये निर्माणाधीन मोटर मार्ग से गिरे विशाल पत्थरों से गिनी बैंड पर स्थित एक भवन ध्वस्त हो गया है। प्रभावित व्यक्ति की शिकायत पर तहसीलदार ने मौका मुआयना किया। जानकारी के अनुसार गिनी बैंड के समीप धन सिंह का पक्का भवन है। इसी भवन में धनसिंह होटल चलाते है। ठीक इसी स्थान के कुछ मीटर ऊपर से समकोट के लिये मोटर मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। गुरुवार को निर्माण स्थल से गिरे पत्थर से भवन पूरी तरह ध्वस्त हो गया। हादसे के समय भवन में किसी व्यक्ति के नहीं होने से जनहानि नहीं हुई। पीड़ित व्यक्ति ने मुआयने के मौके पर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर संबंधित निर्माण एजेन्सी से नुकसान का उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की है।

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भालू के हमले में सास-बहू गम्भीर रूप से घायल

डीडीहाट(पिथौरागढ़)। जंगल में घास काटने गयी दो महिलाओं को भालू ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। दोनों महिलाओं का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक उपचार करने के बाद जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया है। दोनों घायल महिलाएं आपस में सास-बहू है। भालू की सक्रियता से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

जानकारी के अनुसार डीडीहाट तहसील के कुकरौली(भांतड़) गांव की पार्वती देवी (50) और उनकी बहू सुनीता देवी शुक्रवार की सुबह आठ बजे के लगभग भूलगांव के नजदीकी जंगल में घास काटने गई थी। इसी दौरान ऊपर से भालू ने दोनों महिलाओं पर हमला कर दिया। भालू ने पार्वती देवी के सिर पर बुरी तरह से काट दिया और सुनीता देवी को दूर पटक दिया। भालू द्वारा हमले की जानकारी सबसे पहले समीप के जंगल में घास काट रही एक अन्य महिला बसंती देवी को हुई। जानकारी मिलते ही बसंती देवी ने हो-हल्ला मचाना शुरू कर दिया। चीख-पुकार सुनकर कुकरौली से दर्जनों ग्रामीण मौके पर पहुंचे। इस दौरान हल्ला सुनकर भालू जंगल की ओर भाग गया। ग्रामीणों ने खून में लथपथ गम्भीर रूप से घायल दोनों महिलाओं को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डीडीहाट पहुंचाया। जहां पर चिकित्सकों द्वारा गम्भीर रूप से घायल पार्वती देवी के सिर पर 21 और सुनीता देवी को 12 टांके लगाये। दोनों महिलाओं के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गहरे घाव बने है। बाद में दोनों की गम्भीर स्थिति को देखते हुये जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश भड़ ने तहसील प्रशासन और वन विभाग को सूचित कर भालू के आतंक से निजात दिलाये जाने और घायलों को उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की है। भालू द्वारा दो महिलाओं को घायल कर दिये जाने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

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हाई-टेक होगा सूचना कार्यालय

नैनीताल। नैनीताल जनपद मुख्यालय का सूचना विभाग का कार्यालय शीघ्र हाई-टेक सुविधाओं से लैस हो जाएगा। इसके साथ ही काठगोदाम में मीडिया सेंटर की स्थापना की जाएगी। सूचना कार्यालयों में इंटरनेट व मॉडम तो लगेंगे ही मीडिया कर्मियों को देश-विदेश की गतिविधियों से अद्यतन रखने के लिए डीटीएच युक्त कलर टीवी भी लगाया जाएगा।

जिला सूचनाधिकारी योगेश मिश्रा ने बताया कि काठगोदाम में सर्किट हाउस के बगल में 60 लाख रुपए से बनने वाले मीडिया सेंटर भवन के लिए 0.543 हेक्टेयर वन भूमि को लेने के लिए 90 प्रतिशत कार्रवाई पूर्ण कर ली गई है। अगले वित्तीय वर्ष की जिला योजना में टोकन मनी का प्रावधान कर दिया गया है। नैनीताल सूचना कार्यालय में पार्टीशन कर एक और मंजिल बनाई जाएगी, जहां कम्प्यूटर इंटरनेट व मॉडम की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। गत दिवस जिला योजना की बैठक में इस हेतु 2 लाख रुपए की योजना का अनुमोदन कर दिया गया है। कार्यालय में डीटीएच युक्त कलर टीवी, इंवर्टर तथा जनरेटर की सुविधा भी उपलब्ध होगी। समाचार पत्रों में प्रकाशित जनसमस्याओं, मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के जनपद भ्रमण पर की जाने वाली घोषणाओं, संवेदनशील समाचारों, दैवीय आपदा, दुर्घटना एवं भ्रष्टाचार से संबंधित समाचारों की कतरने जिला प्रशासन के अलावा तुरंत संबंधित मंत्रियों व मुख्यमंत्री तक भेजने की नई व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है। सरकारी योजनाओं को स्थानीय कुमाऊंनी भाषा में गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए 11 सांस्कृतिक दलों को गांव-गांव तक भेजा जा रहा है। पौड़ी व ऊधमसिंह नगर के दो जादूगरों को भी इस कार्य में लगाया जा रहा है। साथ ही अल्मोड़ा व रामपुर आकाशवाणी केंद्रों का उपयोग भी सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में करने पर विचार चल रहा है।

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सूबे में अब निखरेगी महिला खेलों की सूरत

देहरादून। सरकार महिला खिलाड़ियों और खेल प्रतिभाओं को नायाब तोहफा देने जा रही है। 2009 में राजधानी में प्रदेश का पहला ग‌र्ल्स स्पो‌र्ट्स कालेज प्रारंभ हो जाएगा। इसके साथ ही महिला एथलीटों के लिए दो हास्टल भी खुलेंगे। उम्मीद की जा रही है कि सरकार के इस कदम से राष्ट्रीय स्तर पर महिला खेलों में उत्तराखंड की धमक बढे़गी।

महिला खेलों में उभरती प्रतिभा निखारने की दिशा में सरकार ने ठोस पहल करने का निर्णय लिया है। बालकों की तर्ज पर ही अब बालिकाओं को भी खेलों के नए गुर सीखने का मौका मिलेगा। उनके लिए भी स्पो‌र्ट्स कालेज बनाया जा रहा है। राज्य बनने के बाद विभिन्न खेलों में बालिकाओं ने सूबे का नाम रोशन किया है। उनके लिए अलग से स्पो‌र्ट्स कालेज नहीं होने से प्रतिभावान खिलाड़ियों को निखारने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। केंद्र सरकार की संस्था साई ने दून में एमकेपी कालेज में महिलाओं के लिए खेल हास्टल स्थापित किया था पर लेकिन कालेज प्रबंधन के भवन देने से हाथ खींचने से उक्त हास्टल बंद हो चुका है। सरकार ने अब इस कमी को पूरा किया है। रायपुर में स्पो‌र्ट्स कालेज में ही महिलाओं के लिए भी अलग से कालेज स्थापित किया जाएगा। इसकी स्थापना पर 20 करोड़ अनुमानित व्यय होगा। ब्वायज कालेज की तर्ज पर ही ग‌र्ल्स कालेज में भी बालिकाओं को नि:शुल्क शिक्षा के साथ खेलों का प्रशिक्षण भी मिलेगा। उसी तर्ज पर प्रदेश की प्रतिभाशाली बालिकाओं के लिए प्रवेश की व्यवस्था की जाएगी। कालेज में छठवीं से 12वीं तक कक्षाएं लगेंगी। एथलेटिक्स में भी महिला प्रतिभाओं को आगे लाया जाएगा। इसके लिए बाकायदा राज्य में दो महिला एथलेटिक्स हास्टल खोले जाएंगे। पहली बार खोले जा रहे इन हास्टल में 25-25 महिला एथलीटों के रहने की व्यवस्था होगी। दून में स्पो‌र्ट्स कालेज परिसर में ही यह हास्टल भी होगा। दूसरा हास्टल अगस्त्यमुनि में स्थापित किया जाएगा। खेल सचिव राकेश शर्मा के मुताबिक सरकार के इस कदम से भविष्य में प्रदेश की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर चमकने के अधिक अवसर मिलेंगे। ग‌र्ल्स स्पो‌र्ट्स कालेज व महिला हास्टल वर्ष 2009 से प्रारंभ कर दिए जाएंगे। स्पो‌र्ट्स कालेज के भवनों में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के हटने के बाद वहां महिला हास्टल की व्यवस्था की जाएगी।

यही नहीं, स्पो‌र्ट्स कालेज में आईटी शिक्षा भी प्रारंभ की जा रही है। इससे अभी बालकों और बाद में बालिकाओं को भी दोहरा फायदा होगा। कंप्यूटर शिक्षा के साथ ही कंप्यूटर के माध्यम से खेलों की नई तकनीक सीखने का मौका खिलाड़ियों को मिलेगा। खेल सचिव के मुताबिक उक्त स्पो‌र्ट्स कालेज को स्पो‌र्ट्स नालेज सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस सेंटर पर खेलों और उनके आयोजनों से संबंधित आवश्यक जानकारी मिलेगी। कंप्यूटर शिक्षा अगले सत्र से शुरू की जाएगी।

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विश्व गुरू के पद पर सिरमौर भारत का ताज है उत्तराखंड

गोपेश्वर (चमोली)। भगवान बद्रीविशाल की धरती पर शुरू हुए सात दिनी गौचर मेले में मुख्यमंत्री मेजर जनरल बीसी खंडूडी ने कहा कि विश्व गुरू के पद पर सिरमौर भारत का ताज उत्तराखंड है, जिसके वैभव को शक्तिशाली रूप प्रदान कर बरकरार रखा जाएगा।

गौचर में मेले के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने उपस्थित जनता के समक्ष बगैर घोषणाएं व विकास योजनाओं की चर्चा किए ही सबका दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री ने पूर्व सरकार के दौरान हुए घोटालों व अनियमितताओं की अप्रत्यक्ष रूप में चर्चा करते हुए ठेठ गांव में रहने वाले लोगों को विकसित राज्य का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में मंत्री रहने के बाद मुझे भले ही राज्य की बागडोर सौंपी गई, लेकिन इसे निभाने में सकारात्मक जनसहयोग, सुझाव नितांत आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि 'मुख्यमंत्री रहते हुए मैं कतई नहीं चाहूंगा कि मेरी कार्यशैली का प्रभाव आम जनता पर पड़े, ऐसे में जनता के सुझाव विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए नितांत आवश्यक हैं'। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को भारत का विकसित राज्य के साथ संस्कारवान व सांस्कृतिक पहिचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य विकास के लिए निर्णय लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जानबूझकर कोई जनविरोधी निर्णय नहीं लिया जाएगा और आंदोलनकारियों के सपनों को ध्यान में रखकर राज्य के विकास को नई गति दी जाएगी।

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विज्ञान कांग्रेस में बाल विज्ञानियों ने दिखाई प्रतिभा

गोपेश्वर (चमोली)। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला स्तरीय सेमीनार का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि डीएफओ सनातन ने कहा कि जैव विविधता के संरक्षण में युवा पीढ़ी अहम भूमिका निभा सकती है।

राजकीय बालिका इंटर कालेज में आयोजित जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस सेमीनार को संबोधित करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी सनातन ने कहा कि जैव विविधता का संतुलन जीव-जंतुओं के लिए आवश्यक है। इसे जिम्मेदारी के साथ संरक्षित व संतुलित रखना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। उन्होंने जैव विविधता की विस्तृत जानकारी देते हुए बाल वैज्ञानिकों को अपनी सोच को खुलकर सामने रखने की बात कही। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रेम बल्लभ भट्ट ने कहा पर्यावरण को संरक्षित रखना आज के दौर में किसी चुनौती से कम नहीं है। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों से कहा कि वैज्ञानिक सोच के साथ समाज का विकास नितांत आवश्यक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी माधवनंद पुरोहित ने कहा कि बचपन से ही वैज्ञानिक सोच तलाशने तथा विकसित करने के उद्देश्य से बाल विज्ञान कांग्रेस की स्थापना की गई है, जिसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। बाल विज्ञानियों ने अपने मॉडलों के जरिए प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन किया। बाल विज्ञानियों ने जैव विविधता के सरंक्षण के लिए कई बेहतरीन मॉडल प्रदर्शित किए। इस दौरान अतिथियों ने सीनियर वर्ग के 22 व जूनियर वर्ग के 17 प्रतिभागियों की परियोजनाओं का निरीक्षण कर बाल विज्ञानियों की सराहना की। कर्णप्रयाग, थराली, नारायणबगड़, पोखरी, दशोली, घाट, गैरसैंण, जोशीमठ आदि क्षेत्रों से पहुंचे प्रतिभागियों में से 3 जूनियर व 3 सीनियर वर्ग से मॉडलों का चयन राज्य बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए किया जाएगा।

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ग्रामीणों, यात्रियों व पुलिस में संघर्ष

जोशीमठ (चमोली)। क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मारवाड़ी पुल के पास जाम लगाए थैंग गांव के ग्रामीणों, यात्रियों और पुलिस के बीच जमकर संघर्ष हुआ। गुस्साई भीड़ ने पुलिस कर्मियों से डंडे छीन लिए और थानेदार की टोपी पटक कर स्टार भी नोच डाले। संघर्ष में महिला ग्राम प्रधान समेत तीन लोग घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ भर्ती कराया गया है।

आज पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार थैंग गांव के लोग जोशीमठ तहसील के मारवाड़ी पुल के समीप सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा बिजली की मांग को लेकर 'चिनाप विकास संघर्ष समिति तथा उत्तराखंड जनकरवां मंच' के बैनरतले प्रात: 8 बजे जेपी कंपनी के गेट के सम्मुख बदरीनाथ राजमार्ग पर बैठ गए। इस दौरान उप जिलाधिकारी जोशीमठ निधि यादव तथा थानाध्यक्ष जवाहर सिंह रठौर मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया किन्तु जिलाधिकारी के मौके पर बुलाने की मांग पर आड़े ग्रामीणों ने जाम नहीं खोला। इस दौरान बदरीनाथ के दर्शन के लिए जा रहे सैकड़ों यात्री जाम में फंसे रहे। उन्होंने ने भी छोटे बच्चों और बूढ़े श्रद्धालुओं का हवाला देते जाम खोलने का आग्रह किया किन्तु ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। इसी बीच भीड़ में से किसी ने सिपाहियों के हाथ से डंडा छीन कर ग्रामीणों पर बरसना शुरू कर दिया और भगदड़ के साथ पूरा घटनाक्रम संघर्ष में बदल गया। तीनों तरफ से हुए संर्घष में यात्री जहां जान बचाकर भागने लगे, वहीं पुलिस ने भी मामला बिगड़ते देख आंदोलनकारी नेताओं को उठाकर चौकी पर बिठाना शुरू कर दिया। संघर्ष में कृपाल सिंह ,भरत सिंह और ग्राम प्रधान बसंता देवी घायल हो गई उन्हें प्रशासन नें स्वास्थ्य केन्द्र जोशीमठ में भर्ती करा दिया है। दोपहर 12 बजे जाम में फंसे वाहन किसी तरह निकल गए, लेकिन बाद में गुस्साए ग्रामीणों ने एक बार पुन: जाम लगा दिया। पूरी घटना क्रम में सिपाही के हाथ से डंडे छिनकर फेंके जाते रहे, जबकि थानेदार की टोपी को भी कुचलने के अलावा भीड़ ने उसके स्टार भी नोच डाले। स्थिति बिगड़ने की सूचना पर डीएम डीएस गब्र्याल मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने जाम स्थल पर ही ग्रामीणों से वार्ता करने के उपरांत उनकी मांगों पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीण शांत हुए किन्तु समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण एसडीएम के अविलंब तबादले तथा थानेदार के निलंबन की मांग पर आड़े थे और पूरे क्षेत्र में तनाव था।

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प्रशासन की लापरवाही से हुआ बवाल

जोशीमठ (चमोली)। बदरीनाथ मार्ग पर मारवाड़ी में हुए संघर्ष के पीछे पुलिस प्रशासन की लापरवाही नजर आती है। यह तो गनीमत थी कि मामला भारी तनावपूर्ण होने के बाद भी स्वत: ही शांत हो गया, नहीं तो शांत पड़े पहाड़ी क्षेत्र में चार धाम यात्रा के अन्तिम दिन बड़ी अप्रिय घटना हो सकती थी।

थैंग गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन को पूर्व में ही लिखित तौर से राजमार्ग पर जाम लगाने की सूचना दे दी थी और प्रशासन को यह भी मालूम था कि आज ही बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने है। यह जानते हुए भी कि जाम स्थल से ही होकर तमाम वीआईपी और श्रद्धालुओं का तांता लगा रहेगा, ऐसे में प्रशासन ने यदि सूझबूझ का परिचय दिया होता तो आंदोलनकारी नेताओं से एक रोज पूर्व ही वार्ता की जा सकती थी। बीते रोज गुरूवार को हेलंग में उर्गम वैली के ग्रामीणों ने भी जाम लगाया गया था। उप जिलाधिकारी निधि यादव को भी मालूम था कि थैंग गांव के ग्रामीणों का नेतृत्व कामरेडों के हाथ में है। अब यदि घटनाक्रम पर नजर डालें तो करीब दो घटे तक जाम स्थल पर एसडीएम व क्षेत्र के थानेदार ने सिवाय एक-दो वार्ताओं के ग्रामीणों के साथ मामले के सुलझाने के लिए गंभीरता पूर्वक प्रयास नहीं किए। यह सच है कि ग्रामीण डीएम को मौके पर बुलाने की जिद पर आड़े थे लेकिन यदि स्थानीय पुलिस व प्रशासन के अधिकारी चाहते तो सूझबूझ और विवेक का परिचय देते हुए जाम खुलवा सकते थे। ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीएम ने समय का अभाव बता शीघ्र जमा खोलने का दबाव बनाया। अलकनंदा नदी के ऊपर बने पुल के ऊपर जिस दौरान भगदड़ मची उससे कई यात्री नीचे भी गिर सकते थे। भीड़ में से जिन लोगों ने पुलिस से लाठियां छिन धक्का-मुक्की करते हुए ग्रामीणों पर बरपानी शुरू की वह तो निकल गए, लेकिन ग्रामीणों की भीड़ का खामियाजा पुलिस को भुगतना पड़ा। चौकी के भीतर ही थानेदार जेएस राठौर आधे घंटे से भी ज्यादा मामला गरम होते हुए देख बैठे रहे, जबकि भीड़ उन्हे बाहर खींच पिटने के इरादे में थी। इस पूरी घटनाक्रम में सर्वाधिक लापरवाही यह नजर आयी कि जाम की सूचना के बावजूद थानेदार राठौर मात्र चार सिपाहियों को लेकर मौके पर मौजूद थे। बाद में घटनाक्रम के बाबत एसडीएम निधि यादव का कहना था कि ग्रामीणों की हठधर्मिता के कारण यह स्थिति उपजी है। उन्होंने कहा कि वह उनकी बात सुनने को तैयार थी लेकिन ग्रामीण डीएम को मौके पर बुलाने की जिद में थे। इधर जोशीमठ नगर पालिका अध्यक्ष माधवी सती और कामरेड अतुल सती ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने ही यात्रियों को मारपीट के लिए उकसाया। इधर जिलाधिकारी डीएम गब्र्याल ने घटना के बाबत बताया कि तीन चार ग्रामीणों को चोटे आई है, जबकि थानेदार के निलंबन की मांग पर वह पुलिस के बर्ताव पर जांच करवा रहे है। जिस व्यक्ति ने लाठी चलाई उसे डीएम के निर्देश पर बदरीनाथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ग्रामीणों ने उसे जोशीमठ क्षेत्र का ही व्यक्ति चिन्हित करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यवाही के आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति अथवा पक्ष को बख्शा नहीं जाएगा।

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बाल सम्मेलन में भाग लेने बच्चे उड़ीसा रवाना

Nov 17, 02:36 am

अल्मोड़ा। बाल मजदूरी के खिलाफ उड़ीसा में 20 नवंबर से शुरू होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में भागीदारी को 14 बच्चे शुक्रवार को उड़ीसा को रवाना हुए। अमन संस्था के संचालक रघु तिवारी ने बताया कि सम्मेलन में विभिन्न प्रांतों में बाल मजदूरी, बाल अधिकारों व उनसे संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जायेगी। इन 14 बच्चों में राजकीय इंटर कालेज कमलेश्वर, इंटर कालेज दौलाघट, चौखुटिया, उत्तरकाशी व अल्मोड़ा में बाल मजदूरी कर रहे बच्चे शामिल है। उक्त बच्चों का चयन अमन संस्था द्वारा अल्मोड़ा में आयोजित एक कार्यशाला के दौरान किया गया।


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