Friday, September 7, 2007

केदार महोत्सव में रही नेगी के गीतों की धूम

गुप्तकाशी (रुद्रप्रयाग)। प्रसिद्ध तीर्थ धाम केदारनाथ में आयोजित केदार महोत्सव में गढ़वाल के सुप्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी के धार्मिक व लोक गीतों की धूम रही। देर रात्रि तक चले इस कार्यक्रम में अन्य कलाकारों ने भी दर्शकों का समा बांधा।
बदरी-केदार सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्थान द्वारा आयोजित केदार महोत्सव में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि स्वामी महा मण्डलेश्वर पीठाधीपति स्वामी पावाहारी भख्सीनंदन जी महाराज ने किया। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध धाम केदारनाथ में अधिक से अधिक सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए। पहली बार केदारनाथ पहुंचे गढ़वाल के प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने केदारबाबा के जागर नाथ शम्भू बोले से अपनी प्रस्तुतियों की शुरूआत की। इसके अलावा उन्होंने जय दुर्गे, अष्टमी का दिन जलमी नारैण के साथ ही कई लोक गीत नौ छम्मी नारेण, ठण्डो रे ठण्डो, तेरू मछोयी गाढ़ बौगीगे, भलु लगदू भानुली के साथ ही कलाकार अनिल बिष्ट ने कृष्ण भजन व हे कांछी गाकर दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। उनका साथ गायिका ऊषा नेगी व उभरती कलाकार ज्योति नैनवाल एवं सहयोगियों ने दिया। बीच-बीच में गढ़वाल के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद 'घन्नाभाई' ने अपने चुटकुलों से लोगों को लोटपोट कर दिया। केदारसभा के अध्यक्ष भगवती प्रसाद तिवारी ने सुर सम्राट नरेन्द्र सिंह नेगी को शाल भेंट किया। सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मीनारायण जुगराण व कांग्रेस के नगर अध्यक्ष उमेश पोस्ती ने भी श्री नेगी का अभिनंदन व स्वागत किया। इस मौके पर केदार महोत्सव के आयोजक राकेश रमण शुक्ला ने केदारसभा, मंदिर समिति व व्यापार सभा के साथ सभी आगंतुकों का आभार जताया।

जागरण-->समाचार


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