Monday, March 24, 2008

भारतीय संस्कृति व जीवन दर्शन के प्राण है वेद व पुराण : पंत

लोहाघाट(चम्पावत)। राज्य के पर्यटन मंत्री प्रकाश पन्त ने सोमवार को मां अखिल तारिणी धाम में चल रहे 108 दिनी महायज्ञ में पहुंच कर मां के दरबार में शीश नवाया तथा पूजा अर्चना की। इस दौरान क्षेत्रीय लोगों के अलावा पीठाधीश्वर दिगम्बर मोहन तीर्थ जी महाराज ने उनका स्वागत किया। महर्षि महेश योगी महाविद्यालय इलाहाबाद से आये आचार्यो ने स्वस्ति वाचन किया। खालगड़ा में भी मंत्री का पारम्परिक वाद्य यंत्रों व छोलिया नृत्य के बीच भव्य स्वागत किया गया।

हिन्दु धर्म ग्रन्थों को जीवन का सार बताते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि भारतीय मनीषियों ने पुराणों व वेदों की रचना जनकल्याण के लिए की है। पिछले जन्म के प्रारब्ध के आधार पर ही मनुष्य योनि मिलती है। उन्होंने यज्ञ, होम व पुराण कथा वाचन को धर्म के प्रचार प्रसार व सद्बुद्धि के लिए आवश्यक बताते हुए कहा कि पीठाधीश्वर महाराज द्वारा यहां जो विशाल अनुष्ठान किया जा रहा है उससे यह क्षेत्र समृद्धि, प्रगति व सुख शांति का वाहक बनेगा। उन्होंने श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया कि यह दिव्य स्थल भी जिले के पर्यटन ग्रिड में शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिस संकल्प के माध्यम से यह अनुष्ठान किया जा रहा है उसमें उनकी सरकार और वह स्वयं पूरा सहयोग करेगे।

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