उत्तरकाशी। जीवनदायिनी नदियों के लिए बांधों को खतरा करार देते हुए पवित्र मणिकर्णिका घाट पर एक सौ ग्यारह घंटे का उपवास चौथे दिन भी जारी रहा। उपवास स्थल पर कई राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने समर्थन देने की घोषणा की है।
उत्तराखंड में बन रहे बांधों को खतरा करार देते हुए माटू जन संगठन के विमल भाई का एक सौ ग्यारह घंटे का उपवास शुक्रवार को भी जारी रहा। विमल भाई के साथ ही गंगोत्री ग्लेशियर बचाओ की शांति ठाकुर भी 48 घंटे के उपवास पर हैं। माटू जन संगठन ने मांग की है कि मनेरी भाली द्वितीय चरण का कार्य तब तक रोका जाए जब तक आम नागरिकों की सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के समुचित प्रबंध नहीं हो जाते। आंदोलनकारियों ने आम जनता से अपील की कि वे गंगा सुरक्षा के लिए आगे आएं और बांधों के निर्माण को रोकने के लिए आवाज बुलंद करें। उपवास को भूविस्थापित कल्याण संघर्ष समिति ज्ञानसू, उद्योग व्यापार मंडल, गंगा मंदिर समिति, भारतीय किसान यूनियन, उत्तराखंड महिला मंच, श्याम स्मृति मंच, पर्यावरण एवं जन कल्याण समिति, सुमन मंच, बद्री-विशाल मंच ने समर्थन देने की घोषणा की। पालिकाध्यक्षा सुधा गुप्ता ने उपवास स्थल पर जाकर समर्थन दिया।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_3910370.html
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