देहरादून। सरकार महिला खिलाड़ियों और खेल प्रतिभाओं को नायाब तोहफा देने जा रही है। 2009 में राजधानी में प्रदेश का पहला गर्ल्स स्पोर्ट्स कालेज प्रारंभ हो जाएगा। इसके साथ ही महिला एथलीटों के लिए दो हास्टल भी खुलेंगे। उम्मीद की जा रही है कि सरकार के इस कदम से राष्ट्रीय स्तर पर महिला खेलों में उत्तराखंड की धमक बढे़गी।
महिला खेलों में उभरती प्रतिभा निखारने की दिशा में सरकार ने ठोस पहल करने का निर्णय लिया है। बालकों की तर्ज पर ही अब बालिकाओं को भी खेलों के नए गुर सीखने का मौका मिलेगा। उनके लिए भी स्पोर्ट्स कालेज बनाया जा रहा है। राज्य बनने के बाद विभिन्न खेलों में बालिकाओं ने सूबे का नाम रोशन किया है। उनके लिए अलग से स्पोर्ट्स कालेज नहीं होने से प्रतिभावान खिलाड़ियों को निखारने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। केंद्र सरकार की संस्था साई ने दून में एमकेपी कालेज में महिलाओं के लिए खेल हास्टल स्थापित किया था पर लेकिन कालेज प्रबंधन के भवन देने से हाथ खींचने से उक्त हास्टल बंद हो चुका है। सरकार ने अब इस कमी को पूरा किया है। रायपुर में स्पोर्ट्स कालेज में ही महिलाओं के लिए भी अलग से कालेज स्थापित किया जाएगा। इसकी स्थापना पर 20 करोड़ अनुमानित व्यय होगा। ब्वायज कालेज की तर्ज पर ही गर्ल्स कालेज में भी बालिकाओं को नि:शुल्क शिक्षा के साथ खेलों का प्रशिक्षण भी मिलेगा। उसी तर्ज पर प्रदेश की प्रतिभाशाली बालिकाओं के लिए प्रवेश की व्यवस्था की जाएगी। कालेज में छठवीं से 12वीं तक कक्षाएं लगेंगी। एथलेटिक्स में भी महिला प्रतिभाओं को आगे लाया जाएगा। इसके लिए बाकायदा राज्य में दो महिला एथलेटिक्स हास्टल खोले जाएंगे। पहली बार खोले जा रहे इन हास्टल में 25-25 महिला एथलीटों के रहने की व्यवस्था होगी। दून में स्पोर्ट्स कालेज परिसर में ही यह हास्टल भी होगा। दूसरा हास्टल अगस्त्यमुनि में स्थापित किया जाएगा। खेल सचिव राकेश शर्मा के मुताबिक सरकार के इस कदम से भविष्य में प्रदेश की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर चमकने के अधिक अवसर मिलेंगे। गर्ल्स स्पोर्ट्स कालेज व महिला हास्टल वर्ष 2009 से प्रारंभ कर दिए जाएंगे। स्पोर्ट्स कालेज के भवनों में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के हटने के बाद वहां महिला हास्टल की व्यवस्था की जाएगी।
यही नहीं, स्पोर्ट्स कालेज में आईटी शिक्षा भी प्रारंभ की जा रही है। इससे अभी बालकों और बाद में बालिकाओं को भी दोहरा फायदा होगा। कंप्यूटर शिक्षा के साथ ही कंप्यूटर के माध्यम से खेलों की नई तकनीक सीखने का मौका खिलाड़ियों को मिलेगा। खेल सचिव के मुताबिक उक्त स्पोर्ट्स कालेज को स्पोर्ट्स नालेज सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस सेंटर पर खेलों और उनके आयोजनों से संबंधित आवश्यक जानकारी मिलेगी। कंप्यूटर शिक्षा अगले सत्र से शुरू की जाएगी।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_3909976.html
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