अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर जिला कार्यालय सभागार में आयोजित गोष्ठी में उन्होंने भवनों के निर्माण में भूकंप अवरोधी तकनीकी अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों के माध्यम से बनाए जा रहे प्राथमिक विद्यालय, पंचायत घर, मिलन केंद्र तथा अन्य भवनों में भूकम्प अवरोधी तकनीक का इस्तेमाल किया जाना अत्यंत आवश्यक है। संबंधित विभाग को निर्माण के दौरान निरंतर अनुश्रवण करना होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि केवल भूकंप अवरोधी डिजायन आवश्यक नहीं, बल्कि निर्माण सामग्री भी उच्च गुणवत्ता की होनी आवश्यक है। साथ ही निर्माण करने वाले राजमिस्त्री भी प्रशिक्षित होने चाहिए। उन्होंने समस्त कार्यालयों में आपदा टीम गठित करने के निर्देश देते हुए कहा कि दुर्घटना की सूचना मिलते ही सम्बन्धित टीम के लोग बिना किसी निर्देश के स्वत: पूरे साजो समान एवं चिकित्सकीय सुविधा के साथ तुरंत घटना स्थल पर पहुंचना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। जिलाधिकारी ने आपदा न्यूनीकरण के सभी छह प्रकोष्ठों को वायरलेस सेट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये गये।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_3814705.html
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