खटीमा(ऊधमसिंहनगर)। बेमौसम हुई बारिश का असर सब्जी उत्पादन पर भी पड़ा है। जलाशयों व नदियों के किनारे उगाई जाने वाली सब्जियों के बरसात की भेंट चढ़ने से मंडियों में इनकी पर्याप्त आवक नही हो पा रही है। कीमतों में आए उछाल से अधिकांश सब्जियां आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। पिछले महीने एक सप्ताह तक चली बारिश ने सब्जी उत्पादन पर बुरा असर डाला है। क्षेत्र में स्थित जलाशयों व नदियों के किनारे काश्तकार बड़े पैमाने पर सब्जियां उगाते हैं। नदी नालों में आयी बाढ़ से इस बार अधिकांश सब्जियों की फसल नष्ट हो गयी। इसके चलते मंडियों में क्षेत्र से पर्याप्त मात्रा में सब्जियां नही पहुंच पा रही हैं। इसका सीधा असर कीमतों में उछाल के रुप में देखने में आया है। बाजार में मौजूद अधिकांश सब्जियों को खरीदना आम आदमी के बस से बाहर होता जा रहा है। बुधवार को स्थानीय मंडी में नया आलू 15 रुपये व पुराना आलू 10 रुपये प्रति किलों की दर से बिका। इसके अलावा करेला 16 रुपये, भिंडी 20 रुपये, तोरई 16 रुपये, लोभिया 30 रुपये, फूलगोभी 20 से 25 रुपये, बंदगोभी 15 से 17 रुपये, शिमला मिर्च 50 से 60 रुपये, बैंगन 12 से 15 रुपये, घुईया 16 रुपये, टमाटर 15 से 18 रुपये, ग्वार की फली 15 रुपये व प्याज 20 से 25 रुपये प्रति किलो बेचा गया। सब्जी विक्रेता बताते हैं कि बेमौसम बरसात के कारण पर्याप्त मात्रा में सब्जियो का उत्पादन न होने से कीमतें बढ़ी हैं। वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों से भी सब्जियों की आवक शुरू नहीं हुई है।
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_3811261.html
Wednesday, October 10, 2007
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